बैंक में नकबजनी प्रकरण में हरिद्वार पुलिस का बड़ा खुलासा

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पीयूष वालिया

*बैंक में नकबजनी प्रकरण में हरिद्वार पुलिस का बड़ा खुलासा, कड़ी मेहनत आयी नजर*

*पुलिस के क्विक रिएक्शन के चलते करोड़ो की नगदी और ज्वैलरी चोरी की वारदात हुई थी नाकाम*

*दबोचे गए 04 आरोपितों में सुरक्षाकर्मी, चौकीदार व जिलाबदर अभियुक्त भी हैं शामिल*

*सुरक्षा के लिए जिम्मेदार सिक्योरिटी गार्ड और चौकीदार ने ही रचा बड़ी वारदात का षड़यंत्र*

*रोहालकी किशनपुर स्थित ओवरसीज बैंक शाखा की है घटना, प्रबंधक की शिकायत पर मुकदमा दर्ज*

*बैंक के बगल में रह रहा चौकीदार बना मास्टरमाइंड, वारदात की योजना बनाने से पहले की थी रैकी*

*देर रात मिली सूचना पर मौके पर पुलिस की आहट भांप उलटे पैर मौके से भागे थे बदमाश*

*घटनास्थल पर ही घन, छेनी सहित विभिन्न सामान हुआ था बरामद*

*पकड़ में आए आरोपियों के कब्जे से बैंक से चुराई गई 02 पैन ड्राइव और मोबाइल फोन भी मिला*

*थोड़ी सी देरी होने पर ये वारदात बड़ी घटना का रूप ले सकती थी, टीम ने अच्छा काम किया है। अन्य मामलों के खुलासे के लिए भी लगातार प्रयास किए जा रहे हैं- एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल*

दिनांक 25.08.2024 की रात ओवरसीज बैंक शाखा रोहालकी किशनपुर में कुछ अज्ञात युवकों द्वारा संदिग्ध क्रियाकलाप किए जाने की सूचना पर त्वरित कार्यवाही करते हुए पुलिस टीम मौके पर पहुंची तो कुछ संदिग्ध पुलिस की आहट भांप अंधेरे में गायब हो गए। मौक मुआयना करने पर पुलिस टीम ने पाया कि बैंक मे चोरी करने के इरादे से उक्त अज्ञात युवकों ने टॉयलेट की दीवार तोड़ी और बैंक मे घुसकर बैंक मे लगे सीसीटीवी कैमरों व स्ट्रांग रूम का हेण्डल तोडने का प्रयास किया। पुलिस टीम को मौके से घन/हथौडा, छेनी, गमछा व एक जोड़ी चप्पल भी बरामद हुई थी।

अगले दिन दिनांक- 26.08.24 को शाखा प्रबंधक ओवरसीज बैंक रोहालकी किशनपुर श्री अतुल कुमार पुत्र जगदीश प्रसाद द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर अज्ञात लोगों के खिलाफ थाना बहादराबाद में मु0अ0सं0- 435/24 धारा- 305,331(4),324(4),62 बीएनएस पंजीकृत किया गया। पुलिस को ये जानकारी भी मिली कि थाना मोबाइल अगर देर से पहुंचती तो बदमाश बैंक से करोड़ों रुपये व ज्वैलरी चोरी कर फरार हो सकते थे।

प्रकरण का विवरण मिलने पर एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल के निर्देश पर थाना बहादराबाद में पुलिस टीम का गठन करते हुए मॉनीटरिंग की जिम्मेदारी एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह को दी गई। गठित टीमों ने अथक परिश्रम करते हुए मैनुअल पुलिसिंग/ सर्विलांस टेक्टिस आदि की मदद से मुखबिर तंत्र को सक्रिय करते हुए लगातार संदिग्ध गतिविधियों और संदिग्ध चरित्रों की निगरानी की गई तथा छोटे-छोटे सबूतों की कड़ी बनाकर वारदात में शामिल चोरों आरोपियों को रोहालकी रिंग रोड वाले पिलर के पास से दबोचने में कामयाबी हासिल की गई।

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