पीयूष वालिया
सैनी समाज ने की ज्योतिबा फूले और सावित्रीबाई फूले को भारत रत्न देने की मांग
हरिद्वार, 5 सितम्बर। ज्वालापुर स्थित सैनी आश्रम में दानदाता सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में महात्मा ज्योतिबा फुले और सावित्रीबाई फुले की मूर्तियां स्थापित कर अनावरण किया गया। इस दौरान सैनी समाज ने महात्मा ज्योतिबा फूले और सावित्रीबाई फूले को भारत रत्न देने की मांग भी की। इस दौरान भाजपा की राज्यसभा सांसद डा.कल्पना सैनी ने कहा कि माता सावित्रीबाई फूले देश की प्रथम शिक्षिका थी। महिलाओं को शिक्षित करने में सावित्रीबाई फूले का अहम योगदान है। वर्तमान में महिलाएं जिस स्थान पर खड़ी है। उसका श्रेय ज्योतिबा फूले और सावित्रीबाई फूले को जाता है। पूर्व दर्जाधारी रामसिंह सैनी ने कहा की राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने ज्योतिबा फूले को महात्मा की उपाधि देते हुए कहा था कि ज्योतिबा फूले असली महात्मा है। ज्योतिबा फूले समाज सुधारक, विचारक, समाजसेवी, लेखक और क्रान्तिकारी कार्यकर्ता थे। उन्होंने महाराष्ट्र में सत्य शोधक समाज संस्था का गठन किया था। महिलाओं, पिछड़ों और अछूतों के उत्थान के लिए विभिन्न काम किए। समाज के सभी वर्गाे को शिक्षा प्रदान करने के प्रबल समर्थक रहे। भारतीय समाज में प्रचलित जाति पर आधारित विभाजन और भेदभाव के विरुद्ध रहे। उन्होंने केंद्र सरकार से महात्मा ज्योतिबा फूले और सावित्रीबाई फूले को भारत रत्न देने की मंांग भी की। सैनी आश्रम के अध्यक्ष सम्राट सैनी ने बताया कि महात्मा ज्योतिबा फूले भारत रत्न डा.भीमराव आंबेडकर के गुरु थे। विडंबना है की सरकार ने डा.अंबेडकर को भारत रत्न से नवाजा है। लेकिन उनके गुरु को भारत रत्न नहीं दिया गया है। समाज की मांग है कि ज्योतिबा फूले और सावित्रीबाई फूले को भारत रत्न दिया जाए। समारोह के दौरान पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष जयध्वज सैनी, सूर्यकांत सैनी, प्रताप सैनी, रवि सैनी, हुकम सिंह सैनी, विजय पाल सैनी, विजेंद्र सैनी, योगेश सैनी, जगपाल सैनी, जोली सैनी, दीपक सैनी, सचिन सैनी, राहुल सैनी आदि मौजूद रहे।