अर्चना धींगरा
हरिद्वार शंकराचार्य आश्रम वरिष्ठ महामंडलेश्वर स्वामी सोमेश्वरनंद गिरि जी महाराज का कहना है कि महाकुंभ 2021 में कोई भी अधिकारी अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा रहे हैं उनका कहना है कि अधिकारियों द्वारा कुछ वरिष्ठ महामंडलेश्वर को अनदेखा किया जा रहा है हर कुंभ मेला में सभी वरिष्ठ महामंडलेश्वर को सिक्योरिटी व्यवस्था उपलब्ध होती है अखाड़ों में आने जाने वाले संत लोगों के लिए राशन की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाती है लेकिन 2021 के कुंभ में ऐसा नहीं हो रहा है और सरकार द्वारा हरिद्वार कुंभ मेला क्षेत्र में दिखावे के लिए शौचालय तो बनवा दिए गए हैं लेकिन पानी की व्यवस्था नहीं है ऐसे में श्रद्धालु और आम नागरिक बाहर शौच के लिए जाते हैं इससे महामारी फैलने का खतरा बना रहता है क्योंकि इतिहास गवाह है
कुंभ 1879 मैं महामारी के फैलने से 35,892 लोगों की मौत हुई
अर्ध कुंभ1885 मैं 63457 की मौत हुई
महाकुंभ1891 मै 169013 लोगों की मौत हुई
अर्ध कुंभ1897 मे 44,208लोगो की मौत हूई
महाकुंभ 1903मे 47,159लोगो की मौत हूई
अर्ध कुंभ 1909 में 21,823लोगो की मौत हूई
महाकुंभ 1915 में 90508 लोगों की मौत हूई
अर्ध कुंभ 1921में 1,49667लोगों की मौत हूई
महाकुंभ 1927 में 28,285लोगो की मौत
अर्ध कुंभ 1933 में 1,915
लोगों की मौत
महाकुंभ 1938में 70,622 लोगो की मौत हुई
अब अगर महाकुंभ 2021 के बाद महामारी फैलने से इतनी संख्याओं में मौत होती है तो उसका जिम्मेदार कौन होगाभड़क उठे वरिष्ठ महामंडलेश्वर स्वामी सोमेश्वरानंद गिरि जी महाराज
हरिद्वार शंकराचार्य आश्रम वरिष्ठ महामंडलेश्वर स्वामी सोमेश्वरनंद गिरि जी महाराज का कहना है कि महाकुंभ 2021 में कोई भी अधिकारी अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा रहे हैं उनका कहना है कि अधिकारियों द्वारा कुछ वरिष्ठ महामंडलेश्वर को अनदेखा किया जा रहा है हर कुंभ मेला में सभी वरिष्ठ महामंडलेश्वर को सिक्योरिटी व्यवस्था उपलब्ध होती है अखाड़ों में आने जाने वाले संत लोगों के लिए राशन की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाती है लेकिन 2021 के कुंभ में ऐसा नहीं हो रहा है और सरकार द्वारा हरिद्वार कुंभ मेला क्षेत्र में दिखावे के लिए शौचालय तो बनवा दिए गए हैं लेकिन पानी की व्यवस्था नहीं है ऐसे में श्रद्धालु और आम नागरिक बाहर शौच के लिए जाते हैं इससे महामारी फैलने का खतरा बना रहता है क्योंकि इतिहास गवाह है
कुंभ 1879 मैं महामारी के फैलने से 35,892 लोगों की मौत हुई
अर्ध कुंभ1885 मैं 63457 की मौत हुई
महाकुंभ1891 मै 169013 लोगों की मौत हुई
अर्ध कुंभ1897 मे 44,208लोगो की मौत हूई
महाकुंभ 1903मे 47,159लोगो की मौत हूई
अर्ध कुंभ 1909 में 21,823लोगो की मौत हूई
महाकुंभ 1915 में 90508 लोगों की मौत हूई
अर्ध कुंभ 1921में 1,49667लोगों की मौत हूई
महाकुंभ 1927 में 28,285लोगो की मौत
अर्ध कुंभ 1933 में 1,915
लोगों की मौत
महाकुंभ 1938में 70,622 लोगो की मौत हुई
अब अगर महाकुंभ 2021 के बाद महामारी फैलने से इतनी संख्याओं में मौत होती है तो उसका जिम्मेदार कौन होगा