इरफान अहमद
रुड़की. अपनी 6 वर्ष पुरानी पार्टी भाजपा में फिर से शामिल होने को लेकर रुड़की नगर में कल से चल रही व्यापक चर्चाओं की बाबत पूर्व मेयर व वरिष्ठ कांग्रेस नेता यशपाल राणा ने स्पष्ट किया है कि यह चर्चाएं पूरी तरह गलत है,वह भाजपा में शामिल नही होने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि न तो उन्होंने ऐसा कोई प्रयास किया है और न ही उनका ऐसा कोई इरादा है।
गौरतलब है कि कल से रुड़की नगर में इस बात की व्यापक चर्चा चल रही थी कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं भाजपा के फायर ब्रांड नेता योगी आदित्य नाथ के आज रुड़की के नेहरु स्टेड़ियम में होने वाली जनसभा के कार्यक्रम में कांग्रेस नेता एवं रुड़की के पूर्व मेयर यशपाल राणा कथित रूप से इस जनसभा के दौरान भाजपा में फिर से शामिल होंगे?
हालांकि इस बात की कोई अधिकारिक पुष्टि नही हुई थी,किन्तु चर्चाओं के आधार पर कल रुड़की हब ने इस बाबत एक समाचार चलाया था,चूंकि कल समाचार लेखन के दौरान यशपाल राणा से सम्पर्क नही हो पाया था,ऐसे में चर्चाओं को लेकर उनका पक्ष साफ नही हुआ था,अलबत्ता उनके कुछ समर्थकों ने बातचीत में ऐसी किसी तैयारी से साफ इंकार किया था। एक समर्थक कमल चावला ने उनके कल टिहरी सीट पर प्रदेशाध्यक्ष के चुनाव प्रचार में व्यस्त होने की जानकारी भी दी थी,जिसे उक्त न्यूज़ में लिखा गया था। खैर आज इस मसले पर यशपाल राणा ने स्थिति साफ करते हुए बताया कि वह कल टिहरी सीट पर प्रदेशाध्यक्ष प्रीतम सिंह के साथ उनके चुनाव प्रचार में व्यस्त थे,इसी कारण उनसे संपर्क नही हो पाया,वह देर रात रुड़की लौटे। उन्होंने भाजपा में शामिल होने सम्बन्धी चर्चाओं को पूरी तरह निराधार बताया। उन्होंने कहा कि जिस पार्टी की गलत नीति के कारण वह 6 वर्ष पूर्व उसे छोड़ चुके,उसमें जाने का सवाल ही नही। वह कांग्रेसी थे,हैं और रहेंगे। उन्होंने इन चर्चाओं को पूरी तरह गलत बताते हुए कहा कि यह चर्चाएं भाजपा का दुष्प्रचार हैं। उन्होंने कहा कि सभी स्थानों पर कांग्रेस मजबूती से चुनाव लड़ रही है और इस चुनाव में जनता भाजपा को उसकी झूठ व नफरत की राजनीति का जवाब उसकी हार के रूप में देने जा रही है। बहरहाल अब इस मामले में स्थिति साफ होने पर भाजपा व कांग्रेस के अनेक लोगों को सुख और दुख की बात कही जा सकती है। मसलन इन चर्चाओं के कारण कांग्रेस के अनेक ऐसे नेता जो यशपाल राणा की मौजूदगी में कांग्रेस को मजबूत देखते हैं,वह कल इन चर्चाओं से दुखी थे,जबकि कई कांग्रेसी नेता जो यशपाल राणा को कांग्रेस की राजनीति में अपनी राह का कांटा समझते हैं वह कल इन चर्चाओं से खुश थे और कामना कर रहे थे कि यह चर्चाएं सही साबित हो जाये। ऐसी ही कुछ हालत भाजपा में थी,वहां अनेक नेता ऐसे हैं जो राणा का स्वागत करने को सदैव तैयार हैं वो इन चर्चाओं से खुश थे तो भाजपा विधायक प्रदीप बत्रा और उनके समर्थक समेत कई नेता जो राणा से राजनीतिक विरोध रखते हैं,वह इन चर्चाओं से परेशान थे। किन्तु अब यह लोग राहत महसूस कर सकते हैं