पीयूष वालिया
देश को सांस्कृतिक रूप से एकजुट करने में संत महापुरूषों की अहम भूमिका-इन्द्रेश
धर्म प्रचार और मानव सेवा ही संतों का उद्देश्य-संत बालकदास
हरिद्वार, 17 दिसम्बर। संघ के वरिष्ठ नेता इन्द्रेश ने कहा कि समाज को ज्ञान की प्रेरणा देकर धर्म व अध्यात्म के मार्ग पर अग्रसर करने के साथ देश को सांस्कृतिक रूप से एकजुट करने में संत महापुरूषों ने हमेशा भूमिका निभाई है। श्यामपुर स्थित श्री धु्रव चैरिटेबल हाॅस्पिटल एवं धु्रव भक्ति सेवा आश्रम ट्रस्ट द्वारा विश्व शांति एवं कल्याण हेतु आयोजित 108 कुंडीय श्रीराम महायज्ञ की पूर्णाहूति पर आयोजित संत सम्मेलन को संबोधित करते हुए आरएसएस के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य इन्द्रेश ने कहा कि आश्रम के परमाध्यक्ष संत बालकदास महाराज धर्म संस्कृति का प्रचार प्रसार करते हुए आमजन में आध्यात्मिक चेतना जगाने के साथ शिक्षा के क्षेत्र में भी उल्लेखनीय योगदान कर रहे हैं। श्री धु्रव भक्ति सेवा आश्रम ट्रस्ट द्वारा संचालित श्री धु्रव चैरिटेबल हाॅस्पिटल द्वारा स्तरीय चिकित्सा सुविधा प्रदान किए जाने से क्षेत्र के ग्रामीणों को लाभ हुआ है। संत बालकदास महाराज ने सभी संत महापुरूषों व अतिथीयों का स्वागत करते हुए कहा कि परमार्थ के लिए जीवन समर्पित करने वाले संतों का उद्देश्य धर्म प्रचार के साथ मानव कल्याण भी है। उन्होंने कहा कि श्यामपुर क्षेत्र में चिकित्सा सुविधा के अभाव को देखते हुए ग्रामीणों की सुविधा के लिए ट्रस्ट के माध्यम से अस्पताल की स्थापना की गयी। अस्पताल में विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा ग्रामीणों को निःशुल्क चिकित्सा की सुविधा प्रदान की जा रही है। महंत गर्व गिरी एवं भारत माता मंदिर के महंत महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरी महाराज ने कहा कि मानव सेवा में धु्रव भक्ति सेवा आश्रम ट्रस्ट का योगदान सभी के लिए प्रेरणादायी है। महंत विष्णु दास महाराज ने कहा कि संत बालकदास महाराज के सेवा कार्यो से प्रेरणा लेकर सभी को मानव कल्याण में योगदान करना चाहिए। कार्यक्रम का संचालन राजीव भाई ने किया। इस अवसर पर स्वामी कमलेशानंद, महंत प्रेमदास, महंत प्रह्लाद दास, महंत सूरजदास, महंत कमल किशोर दास, महंत ब्रजमोहन दास, महंत हनुमान दास महाराज, महंत जयराम दास, महंत रघुवीर दास, महंत सूरज दास, महंत प्रमोद दास, महंत राघवेंद्र दास, महंत देवदास, महामंडलेश्वर स्वामी आनन्ददास, महंत गोविंददास, महंत गोपाल दास, महंत नारायण दास पटवारी, महंत मदन मोहन दास, श्रीमती कौशल देवी, अनिल भारद्वाज, विनोद आर्य, महादेव सिंह खंडलेवाल, दर्शन शर्मा, पंडित अधीर कौशिक, देवेंद्र नेगी, योगेश चैहान, अजय चैधरी, सतबीर चैहान, सुनील पाल, बलवीर झंडेलवाल, देवेंद्र प्रधान, दिनेश अग्रवाल, अशोक सैनी, अशोक गुप्ता सहित बड़ी संख्या में संत व श्रद्धालु मौजूद रहे।