पीयूष वालिया
मुख्यमंत्री तीर्थ सिंह रावत से राज्य भर के रेडी पटरी के (स्ट्रीट वेंडर्स) लघु व्यापारियों को कोरोना काल के दृष्टिगत आर्थिक पैकेज दिए जाने की मांग
लघु व्यापारियों की आजीविका को संचालित करने के लिए महा पैकेज की घोषणा राज्य सरकार द्वारा किया जाना न्यायसंगत होगा : संजय चोपड़ा
*हरिद्वार,* कोरोना वैश्विक महामारी के बढ़ते प्रकोप के चलते आर्थिक रूप से सबसे ज्यादा प्रभावित फुटपाथ के कारोबारी रेडी पटरी के (स्ट्रीट वेंडर्स) लघु व्यापारियों को उत्तराखंड सरकार द्वारा 3 माह की राशन सामग्री के साथ आर्थिक रूप से राज्य के सभी नगर निगम व नगर पालिकाओं के माध्यम से पूर्व के सर्वे के आधार पर पंजीकृत लघु व्यापारियों को 50-50 हजार की अनुदान राशि दिए जाने की मांग को लेकर लघु व्यापार एसो. के प्रांतीय अध्यक्ष संजय चोपड़ा ने मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को ईमेल द्वारा पत्र लिखकर मांग को दोहराया।
इस अवसर पर लघु व्यापार एसो. के प्रांतीय अध्यक्ष संजय चोपड़ा ने कहा उत्तराखंड राज्य में पर्यटन की संभावना व समुचित व्यापार वर्ष 2019 से ही लगभग शून्य रहा है, पहले मरम्मत के नाम पर ट्रेनों का आवागमन बंद रहा उसके उपरांत वर्ष 2020 में कोरोना काल की वजह से उत्तराखंड चारधाम यात्रा, कावड़ मेला और अब कुंभ मेला 2021 के आयोजन से भी रेडी पटरी के (स्ट्रीट वेंडर्स) लघु व्यापारियों को वंचित किया जा रहा है, इसी को ध्यान में रखते हुए उत्तराखंड सरकार द्वारा राज्य के रेडी पटरी के (स्ट्रीट वेंडर्स) लघु व्यापारियों की आजीविका को संचालित करने के लिए महा पैकेज की घोषणा राज्य सरकार द्वारा किया जाना न्यायसंगत होगा। संजय चोपड़ा ने यह भी कहा कोरोना वैश्विक महामारी की वजह से पहले ही रेडी पटरी के (स्ट्रीट वेंडर्स) लघु व्यापारी अपने परिवार के पालन-पोषण, बच्चो की शिक्षा, बिजली- पानी के बिल, स्वास्थ्य इत्यादि सुविधाओ से वंचित चले आ रहे है, सरकार द्वारा लघु व्यापारियों की आर्थिक तंगी को ध्यान में रखते हुए शीघ्र ही उचित कदम उठाया जाना नितांत आवश्यक है।
मुख्यमंत्री तीर्थ सिंह रावत से रेडी पटरी के (स्ट्रीट वेंडर्स) लघु व्यापारियों के आर्थिक पैकेज की मांग करते लघु व्यापारियों में लघु व्यापार एसो. के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र पाल, भूपेंद्र राजपूत, जयसिंह बिष्ट, मोहनलाल, राजकुमार एंथोनी, नीतीश अग्रवाल, मंजुल तोमर, रंजीत रावत, वीरेंद्र कुमार, ओमप्रकाश कालियान, रवि शर्मा, दिलीप उपाध्याय, किशन पाल कश्यप, सतीश प्रजापति आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे।