मुकर्म मलिक
राजस्थान के जालोर जिले में हुई दलित छात्र की मौत का मामला उत्तराखंड तक पहुंच चुका है. उत्तराखंड के भगवानपुर में राजस्थान सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और एसडीएम के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजकर आरोपी शिक्षक को फांसी की सजा देने की मांग की गई है
भगवानपुर: राजस्थान के जालोर में 9 साल के दलित छात्र की मौत के मामले में भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने भगवानपुर में जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया और एसडीएम के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा भीम आर्मी कार्यकर्ताओं ने ज्ञापन में आरोपी शिक्षक को फांसी की सजा देने की मांग की है और इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने मृतक छात्र की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन भी रखा दरअसल आरोप है कि जिस सरस्वती विद्या मंदिर उच्च प्राथमिक विद्यालय में छात्र इंद्र मेघवाल पढ़ता था उसी स्कूल के शिक्षक ने मटके छूने की वजह से बुरी तरह पिटाई की थी इसके बाद छात्र की तबीयत बिगड़ गई थी और उसे हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था जहां इलाज के दौरान उसकी मौत होगी इसी घटना के विरोध में भीम आर्मी कार्यकर्ताओं ने भगवानपुर में जोरदार प्रदर्शन किया और भीम आर्मी जिला सचिव सलमान गाड़ा ने कहा कि इस प्रकार की घटना को अंजाम देने वाले शिक्षक को फांसी से कम सजा न दी जाए पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपए और परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी और इंद्र मेघवाल के नाम पर एक शिक्षण संस्थान की स्थापना और जिस विद्यालय में यह घटना हुई उसकी मान्यता को रद्द किया जाए इस दौरान आजाद समाज पार्टी के विधानसभा अध्यक्ष अर्जून सिंह ने कहा कि यह सरकारें पुराने समय को दोहराना चाहती हैं जब दलित समाज के लोगों का उत्पीड़न किया जाता था और उनके साथ भेदभाव किया जाता था. उन्होंने कहा कि राजस्थान में हुई इतनी बड़ी घटना के बाद भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मौके पर नही पहुंचे उन्होंने कहा कि भीम आर्मी अध्यक्ष के निर्देश पर शांतिपूर्ण ज्ञापन देने आए हैं अगर उनका निर्देश होगा तो बड़े आंदोलन से भी पीछे नहीं हटेंगे
वहीं जिला सचिव सलमान गाड़ा ने कहा कि देश आजादी के 75 वर्ष पूरे कर चुका है लेकिन इस प्रकार का भेदभाव अब भी लोग कर रहे हैं लेकिन इस प्रकार की घटना पर भाजपा और कांग्रेस के नेता खामोश हैं उन्होंने कहा कि भीम आर्मी सर्वसमाज की लड़ाई लड़ने वाला संगठन है और इस प्रकार की घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा वही समाज सेवी अज्जू गाड़ा ने कहा कि सरकार को इस और ध्यान देना चाहिए ये बहुत ही निंदनीय घटना है दलितों का उत्पीड़न किसी भी हाल में बर्दाश्त नही कीया जाएगा और आरोपी अध्यापक छैल सिंह को फांसी की सजा होनी चाहिए और स्कूल के पूरे स्टाप पर कानूनी कारवाई होनी चाहिए क्या किसी का भी उस मासूम को देखकर दिल नही देहला उस वक्त जब वो आरोपी अध्यापक उस मासूम को मटके को छूने को लेकर बहुत ही बेरहमी से पिट रहा था