पीयूष वालिया
हरिद्वार, 13 जनवरी। बालाजी इंस्टीट्यूट ऑफ अल्टरनेटिव मेडिकल साइंस एंड कैंसर रिसर्च अस्पताल अलीपुर बहादराबाद मे इलेक्ट्रोहोम्योपैथी मेडिकल एसोसिएशन द्वारा आयोजित प्रेस से मिलिए कार्यक्रम में ईस्ट वेस्ट यूनिवर्सिटी ऑफ होलिस्टिक हैल्थ साइंसेज यूएसए के हाई चांसलर डा.देबाशीष कुंडु ने बताया कि भारत में पहली बार इएमए इंडिया के अधीन संचालित बालाजी इंस्टीट्यूट में हाइब्रिड मोड़ (आन लाइन और वीकेंड आफ लाइन) में आज से यूनिवर्सिटी द्वारा संचालित स्पेजरिक इलेक्ट्रोहोम्योपैथी कोर्सेज सीएसईएम ( सर्टिफिकेट इन स्पेजरिक इलेक्ट्रोहोम्योपैथी मेडिसिन) दो सैमस्टर डीएसईएम (डिप्लोमा इन स्पेजरिक इलेक्ट्रोहोम्योपैथी मेडिसिन) चार सैमस्टर लांच किया जा रहा है। डा.कुंडु ने बताया कि सभी कोर्स का पाठ्यक्रम अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुसार है। छात्रों की मांग पर यूरोपीय प्रयोगशालाओं, संस्थाओं और रोचेटा कैसल मैटी आकिव की समूह यात्रा भी करायी जाएगी। कोर्स अमेरिकन न्यूट्रीशनल मेडिकल एसोसिएशन, यूएसए और ईस्ट वेस्ट यूनिवर्सिटी ऑफ हॉलिस्टिक हेल्थ साइंसेज, यूएसए के साथ मान्यता प्राप्त है। सफल उम्मीदवारों के लिए इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ इलेक्ट्रो होम्योपैथी कैलिफोर्निया, यूएसए की व्यवसायिक सदस्यता वीजा और अन्य आवश्यक मंजूरी के अधीन आदि की सुविधा उपलब्ध है।
इएमए इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा.केपीएस चैहान ने कहा कि इंस्टीट्यूट् में यूनिवर्सिटी के कोर्सेज संचालित होने से छात्र -छात्राओं को अपना कैरियर बनाने के अधिक अवसर उपलब्ध होने के साथ भारत में इस सिस्टम को स्थापित एवं प्रचारित होने में मदद मिलेगी तथा जनता को अच्छी, उच्च स्तर की स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध होगीं। डा.चैहान ने कहा कि रोगियों को हानिरहित प्राकृतिक औषधियों से अपना इलाज कराना चाहिए तथा हानिरहित रोग निदान का तरीका आइरिस एनालिसिस कराना चाहिए। स्वस्थ व्यक्तियों को भी आइरिस एनालिसिस करा कर अपना स्वास्थ्य भविष्य मालूम करना चाहिए। इस दौरान इएमए के जिलाध्यक्ष डा.संजय मेहता, डा.अमर पाल अग्रवाल, डा.ऋचा आर्य, डा.विजय लक्ष्मी अलखनिया, डा.अशोक कुमार, डा.हीना कुशवाहा, डा.लक्ष्मी कुशवाहा, डा.बीबी कुमार आदि उपस्थित रहे