जानिये किस कथित शाही परिवार सहित अन्य लोगो का दरगाह की बेशकीमती इमारतों पर अवैध कब्जा,,,जिला प्रशासन व वक्फ बोर्ड मोन,,।
गद्दीनशीन शहजादा परिवार सहित दो दर्जन से अधिक अन्य लोगो का दरगाह के कमरों व खानकाहों पर अवैध कब्जा,,,कब्जा मुक्त कराने में जिला प्रशासन मौन,,,।
उत्तराखंड प्रभारी डॉ मो मुकर्रम मलिक
रिपोर्टर आदेश कुमार
सह संपादक अमित मंगोलिया
पिरान कलियर जानिये किस कथित शाही परिवार सहित अन्य लोगो का दरगाह की बेशकीमती इमारतों पर अवैध कब्जा,,,जिला प्रशासन व वक्फ बोर्ड मोन,,।
गद्दीनशीन शहजादा परिवार सहित दो दर्जन से अधिक अन्य लोगो का दरगाह के कमरों व खानकाहों पर अवैध कब्जा,,,कब्जा मुक्त कराने में जिला प्रशासन मौन,,, अक़ीदा व आस्था की नगरी कलियर में जो कुछ जिम्मेदार लोगों के द्वारा किया जा रहा है दुनिया मे कहीं देखने को नही मिलेगा।क्योंकि यहां पर हिन्दू मुस्लिम एकता की प्रतीक दरगाह साबिर पाक की चल व अचल संपत्ति से जो कुछ अपने आप को दरगाह का सबसे बड़ा अक़ीददत मन्द व आस्थावान बनकर यहाँ के गद्दीनशीन परिवार के द्वारा खिलवाड़ की जा रही है वो जगजाहिर हो चुका है।जिसमे चल ,अचल संपत्ति को लेकर गद्दीनशीन परिवार व दरगाह वक्फ बोर्ड न्यायालयों में आमने सामने मुकद्दमा आज भी लड़ रहे हैं।क्योंकि दरगाह की वक्फ सम्पति को गद्दीनशीन परिवार द्वारा फर्जी तरीको से अपने नाम कराने में कामयाबी वक्ती तौर पर तो मिली लेकिन कहीं पर भी गद्दीनशीन परिवार द्वारा यह साबित नही किया गया कि उक्त जमीन उनके पास किस विरासत व बेनामें के आधार पहुंची है जिसको लेकर आज भी जिला बंदोबस्त चकबन्दी न्यायालय रुड़की में व tribnal कोर्ट देहरादून में मुकद्दमा विचाराधीन है।लेकिन मजेदार बात यह है कि वक्फ की सम्पति को कब्जाने व अपने नाम कराने के बावजूद आज भी दरग़ाह की सभी रसुमात सफ्ताहिक खत्म शरीफ आदि कार्य जबरदस्ती इन लोगो के द्वारा अंजाम दिये जा रहे हैं।
पिछले 2012 से कलियर दरगाह की देखरेख व वितीय कार्य भी जिला अधिकारी हरिद्वार व वक्फ बोर्ड मुख्य कार्यपालक देख रहे हैं।लेकिन कलियर दरगाह की चल अचल सम्पति से कब्जेधारको से दरगाह की खानकाहों व कमरों को कब्जे मुक्त नही कराया गया है।अब देखना यह है कि दरगाह प्रशासन व जिला प्रशासन दरगाह हित में दरगाह की खानकाहों व कमरों से अवैध कब्जों को हटा पता है या कब्जे धारक इन आलीशान बिल्डिंगों को बिना किराए ही इस्तेमाल करते रहेंगे ओर दरगाह की चल अचल सम्पति पर अपना हक जताते रहेंगे