पीयूष वालिया
चमार वाल्मीकि महासंघ के संस्थापक अध्यक्ष भंवर सिंह ने प्रेस क्लब में प्रेस वार्ता कर बताया कि 31 मई 2021 की रात को अनुसूचित जाति के सोशल एक्टिविस्ट हरमीत इंदौरिया के पर कनखल सिंह द्वार के पास जानलेवा हमला किया गया था जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया था इसकी जांच के लिए 2 जून 2021 को डीजीपी ऑफिस से आदेश होने के 22 दिन बाद एसपी सिटी की जांच के बाद 26 जून को मुकदमा दर्ज कराया गया परंतु मुकदमा दर्ज होने के 8 दिन बाद भी हमलावर खुले घूम रहे हैं जिससे पीड़ित हरमीत इंदौरिया बहुत ही भयभीत है उन्होंने कहा कि अब तक के घटनाक्रम से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि बड़े अधिकारियों के संपर्क में रहने के कारण हमलावरों की गिरफ्तारी नहीं की जा रही जो बहुत ही खेद का विषय है उन्होंने कहा कि अगर हरमीत इंदौरिया के हमलावरों को शीघ्र गिरफ्तार नहीं किया गया तो चमार वाल्मीकि संघ के साथ-साथ बहुजन क्रांति मोर्चा एवं अनुसूचित जाति के अन्य सामाजिक संगठन भी सोशल एक्टिविस्ट पीड़ित हरमीत इंदौरिया के साथ धरना प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे जिसकी समस्त जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी