पीयूष वालिया
हरिद्वार : राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने गुरूवार को हरिद्वार के अवधूत मंडल आश्रम में आयोजित श्री हनुमान जन्मोत्सव कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने देवलोक मंदिर में संकट मोचन श्री हनुमान जी की पूजा-अर्चना कर प्रदेश वासियों की सुख-समृद्धि और खुशहाली के लिए कामना की। राज्यपाल ने श्री देवलोक मंदिर में भगवान श्री गणेश जी, भगवान श्री कुबेर जी व अन्य देवताओं की मूर्ति स्थापना व अनावरण किया।
कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को श्री हनुमान जन्मोत्सव की बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने कहा कि श्री हनुमान जी सर्वसुलभ और सर्वप्रिय लोकदेव हैं। वे भक्तों की मनोकामना पूर्ण करने वाले हैं और संकटमोचन हैं। श्री हनुमान जी बल, बुद्धि, विद्या, ज्ञान और गुण के सागर हैं हमें उनके आदर्शों के साथ-साथ उनके पराक्रम से सीख लेने की जरूरत है।
राज्यपाल ने कहा कि हरिद्वार स्थित यह हनुमान जी का दिव्य मंदिर सभी के लिए पवित्र आस्था, श्रद्धा और विश्वास का केन्द्र बन गया है। उन्होंने कहा कि बाबा श्री हीरादास जी द्वारा हनुमान जी के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की गई और तभी से यहां श्रद्धालु अपनी सच्ची आस्था व भक्ति के कारण आते हैं। श्री हीरादास जी की सेवा, साधना और परोपकारी कार्यों को महामण्डलेश्वर स्वामी संतोषानंद जी आगे बढ़ा रहे हैं। राज्यपाल ने उनके सेवाकार्यों और परोपकार की प्रशंसा की।
राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखण्ड देवभूमि है। हरिद्वार की यह नगरी, कुम्भनगरी, दक्ष प्रजापति की राजधानी और शिवनगरी है। हरिद्वार एक परम पावन और पवित्र तीर्थ है। महाकुंभ हो या कांवड़ यात्रा यहां पर देश-विदेश से असंख्य श्रद्धालु अपनी आस्था को लेकर यहां आते हैं। यहां की पवित्र धरती का कण-कण दिव्य और पावन है। यह हम सभी को सौभाग्य है कि हमारे यहां इस प्रकार के तीर्थ हैं। उन्होंने कहा कि परम पवित्र आध्यात्मिक नगरी में श्री हनुमान जी की साधना के केन्द्र में संतों के बीच आकर उन्हें बेहद हर्ष हो रहा है।
हनुमान जन्मोत्सव समारोह में आचार्य बालकृष्ण, महामण्डलेश्वर स्वामी शंकरानंद महाराज, महामण्डलेश्वर डॉ. संतोषानंद देव, महंत रघुमुनि महाराज, जिलाधिकारी श्री विनय शंकर पांडेय, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री अजय सिंह, मुख्य विकास अधिकारी श्री प्रतीक जैन सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे।