पीयूष वालिया अर्चना सिंह
हरिद्वार। जिलाधिकारी श्री विनय शंकर पाण्डेय के निर्देशों के क्रम में एसडीएम श्री पूरण सिंह राणा के नेतृत्व में एक टीम ने सोमवार को किया।
निरीक्षण के दौरान टीम ने पाया कि जिसमें मजार स्थापित की गयी है, वह भवन वर्तमान में आपदा की दृष्टि से काफी जीर्ण-शीर्ण स्थिति में है, ऐसे में कभी भी वहां पर कोई घटना घटित हो सकती है,
इसके अतिरिक्त धार्मिक आड़ में सरकारी संपति पर क़ब्ज़ा किया गया है को देखते हुये मजार से जुड़े हुये मौलवी आदि लोगों से टीम ने धार्मिक नीति एवं आपदा के दृष्टिकोण से बातचीत की। इस पर मजार से जुड़े हुये मौलवी आदि ने वर्तमान परिस्थितयों को देखते हुये इन दोनों मजारों एवं इनमें स्थापित दान पात्रों को स्वयं ही वहां से हटा दिया, जिस पर टीम ने उनका हार्दिक आभार व धन्यवाद ज्ञापित किया।
जिलाधिकारी ने इस प्रकरण पर सिंचाई विभाग के अधिकारियों से स्पष्टीकरण भी मांगा है कि सिंचाई विभाग की सम्पत्ति पर कैसे ये मजार स्थापित हो गयीं।
इस अवसर पर सीओ सुश्री निहारिका सेमवाल, सिंचाई विभाग के अधिकारी, मौलवी सहित सम्बन्धित पदाधिकारी/अधिकारीगण उपस्थित थे। हरिद्वार। जिलाधिकारी श्री विनय शंकर पाण्डेय के निर्देशों के क्रम में एसडीएम श्री पूरण सिंह राणा के नेतृत्व में एक टीम ने सोमवार को किया।
निरीक्षण के दौरान टीम ने पाया कि जिसमें मजार स्थापित की गयी है, वह भवन वर्तमान में आपदा की दृष्टि से काफी जीर्ण-शीर्ण स्थिति में है, ऐसे में कभी भी वहां पर कोई घटना घटित हो सकती है,
इसके अतिरिक्त धार्मिक आड़ में सरकारी संपति पर क़ब्ज़ा किया गया है को देखते हुये मजार से जुड़े हुये मौलवी आदि लोगों से टीम ने धार्मिक नीति एवं आपदा के दृष्टिकोण से बातचीत की। इस पर मजार से जुड़े हुये मौलवी आदि ने वर्तमान परिस्थितयों को देखते हुये इन दोनों मजारों एवं इनमें स्थापित दान पात्रों को स्वयं ही वहां से हटा दिया, जिस पर टीम ने उनका हार्दिक आभार व धन्यवाद ज्ञापित किया।
जिलाधिकारी ने इस प्रकरण पर सिंचाई विभाग के अधिकारियों से स्पष्टीकरण भी मांगा है कि सिंचाई विभाग की सम्पत्ति पर कैसे ये मजार स्थापित हो गयीं।
इस अवसर पर सीओ सुश्री निहारिका सेमवाल, सिंचाई विभाग के अधिकारी, मौलवी सहित सम्बन्धित पदाधिकारी/अधिकारीगण उपस्थित थे।