पीयूष वालिया
लावारिस भटक रहे 10 वर्ष के मासूम को एएचटीयू टीम ने मां से मिलवाया
हरिद्वार। हरकी पैड़ी पर लावारिस भटक रहे 10 वर्ष के मासूम को एंटी हय्मन ट्रैफिकिंग यूनिट ने उसके परिजनों को तलाश मां से मिलवा दिया। तीन साल पहले बच्चे के माता पिता का तलाक हो चुका है। तलाक के बाद उसके तीन भाई मां के साथ गाजियाबाद में ननिहाल में और वह पिता के साथ फिरोजाबाद में रह रहा था। शराब के नशे का आदी पिता 31 दिसम्बर को उसे घूमाने के बहाने हरिद्वार लाया और हरकी पैड़ी पर सोता छोड़कर चला गया। सुबह आंख खुलने पर बालक ने पिता को बहुत खोजा। पिता के नहीं मिलने पर अनजान शहर में मासूम बालक भंडारों में और आने जाने वाले यात्रियों से भिक्षा मांग कर पेट की आग बुझा रहा था। 3 जनवरी को हरकी पैड़ी क्षेत्र में सुभाष घाट पर लावारिस अवस्था में मिले बालक को एएचटीयू टीम ने रेस्क्यू कर बालगृह में दाखिल कराया और उसके परिजनों की तलाश शुरू की। परिजनों की तलाश में जुटी टीम ने बालक की माता को गाजियाबाद से तलाश कर लिया। जिसके बाद महिला अपने देवर के साथ बच्चे को लेने हरिद्वार पहुंची। परिजनों को बाल कल्याण समिति रोशनाबाद के समक्ष प्रस्तुत कर काउंसलिंग आदि कराने उपरांत मासूम बालक को उसकी माता के सुपुर्द कर दिया गया। 3 वर्ष बाद बेटे से मिलने पर मां ने नम आंखों से पुलिस का आभार जताया। एएचटीयू टीम में हेडकांस्टेबल राकेश कुमार, कांस्टेबल दीपक चन्द व जितेंद्र शामिल रहे