पीयूष वालिया
नाले के निर्माण में हुआ बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार, लोगों की बढ़ी मुसीबत
हरिद्वार। सिडकुल बाईपास रोड पर नाले के निर्माण में व्यापक स्तर पर भ्रष्टाचार हुआ है। विभागीय अधिकारियों एवं ठेकेदारों की मिली भगत से नाले की खुदाई से निकाली गई मिट्टी को ठिकाने लगा दिया। खबर प्रकाशित होने के बाद लीपापोती की गई है, लेकिन अभी भी मामलें का पटाक्षेप नहीं हुआ है।
गौरतलब है कि केंद्र और राज्य सरकार के सहयोग से सिडकुल बाईपास में 9 करोड़ राशि से यह नाले का निर्माण कराया जा रहा है। जिसमें नाले की खुदाई, नाले की निर्माण एवं बचे भाग में मिट्टी भराई की ठेका ठेकेदार को दिया गया है और जिसकी टेंडर राशि 9 करोड़ रूपए बताई जा रही है। भवनों के सामने से जो मिट्टी खुदाई की गयी,उस मिट्टी को कहाँ रखा गया है। इसकी जानकारी नहीं किसी को नहीं है। सवाल यह है कि नाले निर्माण में 8 फुट /6 फुट की मिट्टी निकाली गयी,जबकि नाले की निर्माण 4 फुट/4 फुट में की गयी,तो फिर बाकि मिट्टी कहाँ गई, क्या इसको बेच दिया गया है। ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है कि खुदाई की गयी मिट्टी को बेच दी गयी, लेकिन किसे बेचीं गयी और से कितनी ट्राली मिट्टी बेचीं गयी। वहीं बेचीं गयी मिट्टी की राशि मिला है।बेची गई मिट्टी के पैसे से पक्कीकरण कार्य होना चाहिए था, लेकिन इस खुदी जगह पर पक्कीकरण नहीं होने के कारण कितनी परेशानी हो रही है। ऐसे हालात में लोग सोचने के लिए मजबूर हैं कि कब तक खुदी जगह को पक्कीकरण बिभाग द्वारा करवा दिया जायेगा,या मजबूरी बस खुद के ख़र्च पर करवाना पड़ेगा।