अर्चना धींगरा
हरिद्वार 6 मई,* ऑनलाइन मोबाइल बेस डाटा सप्लाई कर रही कंपनियों द्वारा 5G के टावरों की टेस्टिंग के दौरान पहले पक्षियों पर रेडिएशन के असर से पक्षियों का मरने का सिलसिला अभी थमा नहीं था, वही 5G नेटवर्किंग का कार्य देख रहे 2 कर्मचारी आपस में मोबाइल पर बात करते हुए एक ऑडियो वायरल होने से चिंतित व आहत पूर्व कृषि उत्पादन मंडी समिति अध्यक्ष, सामाजिक कार्यकर्ता संजय चोपड़ा ने 5G नेटवर्क को उत्तराखंड में अनुमति ना दिए जाने की मांग के साथ भारतवर्ष में जिन- जिन राज्यों में 5G टेस्टिंग की वजह से कोरोना संक्रमण तीव्रगति से रेडिएशन की वजह से मारे गए लोगों की जांच करा कर 5G नेटवर्क को अन्य देशों की तर्ज पर भारत में प्रतिबंधित किए जाने की मांग को दोहराया।
इस अवसर पर पूर्व कृषि उत्पादन मंडी समिति अध्यक्ष, सामाजिक कार्यकर्ता संजय चोपड़ा ने कहा जिस प्रकार से एक ऑडियो में दो कर्मचारी आपस में वार्ता से खुलासा कर रहे हैं कि 5G रेडिएशन की वजह से टाइफाइड, मलेरिया जैसे रोगी 5G रेडिएशन की चपेट में आकर अपने प्राण गवा रहे हैं, इस विषय को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा 5G रेडिएशन की वजह से पक्षियों व मानव जाति पर दुष्प्रभाव को देखते हुए जनहित में 5G नेटवर्क संचालित करने वाली कंपनियों को अन्य देशों की तर्ज पर भारत में प्रतिबंधित किया जाना न्याय पूर्ण होगा। उन्होंने यह भी कहा वायरल हुई ऑडियो की भी सीबीआई द्वारा जांच कराकर 5G रेडिएशन का खुलासा करना गृह मंत्रालय द्वारा किया जाना न्यायसंगत होगा।