ब्यूरो
हरिद्वार। ताजा मामला शिवलोक कॉलोनी वार्ड नं० 16 से जुड़ा है जहां स्ट्रीट लाइटें शोपीस बन कर रह गयी है। ओर जिसकी सूद लेने वाला कोई नही है, शिवलोक कॉलोनी वार्ड नं० 16 में 4 दिन से स्ट्रीट लाइटों का न जलना अपने आप मे एक बहुत बड़ा विषय बना हुआ है। जिसकी जानकारी वार्ड पार्षद को भी है, पर उसके बावजूद भी खम्बों पर लगी स्ट्रीट लाइटें शोपीस बन कर रह गयी है। लाइटों के न जलने से आए दिन चोरी जैसी घटना घट रही है। जिसके कारण क्षेत्रवासियो में डर का माहोल बना हुआ है। क्या लाइटों का न जालना किसी और बड़ी वारदात को अंजाम पहुचा सकता है। आखिर इन सभी की सूद कौन लेगा, या खानापूर्ति कर अपनी वाहा वाही लूटने का काम करते रहंगे। और सबसे बड़ी हैरत की बात यह देखी गई है की क्षेत्रवासियों द्वारा विभाग को भी इन स्ट्रीट लाइटों के ना जलने की जानकारी दी गई है, पर वह भी अपना पल्ला झाड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं, आप सब ने एक कहावत तो सुनी होगी कर भला तो हो भला, ऐसा ही कुछ शिवलोक कॉलोनी का नजारा बना हुआ है, गौरतलब यह है कि शिवलोक कॉलोनी में शाम ढलते ही सड़कों पर अंधेरा छाने लग जाता है। जहां छोटे-छोटे बच्चों को अपने घरों में ही कैद होना पड़ रहा है, लोगों का कहना है कि पार्षद द्वारा क्षेत्रवासियों के साथ सौतेला व्यवहार करते हुए दिखाई दे रहें है, जी हां यह हम नहीं शिवलोक कॉलोनी का विकास बोल रहा है जहां खम्बो पर लगी स्ट्रीट लाइटें शोपीस नजर आ रही है। और आप फ़ोटो से ही अंदाजा लगा सकते है कि अंधेरा साफ-साफ दिखाई दे रहा है, अब देखना यह होगा कि क्या पार्षद द्वारा खंभों पर लगी स्ट्रीट लाइटों को जलवाने में कामयाब हो पाएगी या खाली खम्बों पर लगी स्ट्रीट लाइटें शोपीस बनकर रह जाएंगी, यह अपने आप में एक बहुत बड़ा सवाल पैदा करती है।