पीयूष वालिया
हरिद्वार, 21 जून। निर्जला एकादशी के अवसर पर बैरागी कैंप स्थित अखिल भारतीय श्री पंच निर्मोही अनी अखाड़े में हवन यज्ञ कर विश्व कल्याण की कामना और गंगा घाट पर आरती कर कोरोना महामारी समाप्त हो इसके लिए ईश्वर से प्रार्थना की गई। श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय श्री पंच निर्मोही अनी अखाड़े के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत राजेंद्र दास महाराज ने कहा कि मां गंगा जगत की पालनहार है। जो युगों युगों से मानव जाति को मोक्ष प्रदान करती चली आ रही है। गंगा पूजन और निर्जला एकादशी का व्रत रखने से व्यक्ति को सहस्त्र गुना पुण्य फल की प्राप्ति होती है। एकादशी का पुण्य समस्त तीर्थों एवं दान से अधिक है। केवल 1 दिन निर्जल रहने से मनुष्य पापों से मुक्त हो जाता है और उसके बैकुंठ का मार्ग प्रशस्त होता है। एकादशी के व्रत से मनुष्य विष्णु लोक को प्राप्त होते हैं और सुख एवं वैभव को प्राप्त करते हैं। श्री महंत राजेंद्र दास महाराज ने कहा कि वर्तमान में समस्त विश्व में कोरोना महामारी के चलते विपरीत परिस्थितियां पैदा हो रही है। जिसका समस्त मानव जाति को धैर्य के साथ सामना करना होगा। पतित पावनी मां गंगा की असीम कृपा से जल्द ही पूरे विश्व से कोरोना महामारी समाप्त होगी। महंत रामजी दास महाराज ने कहा कि जब जब देश पर कोई भी विपत्ती आई है, तो संतो ने अग्रणी भूमिका निभाकर उसका सामना किया है। देवभूमि उत्तराखंड की पावन भूमि पर संत महापुरुषों द्वारा किए गए धार्मिक अनुष्ठान पूरे विश्व में धार्मिक ऊर्जा का सकारात्मक संचार करते हैं और वैष्णव संतो की परंपराएं विश्व विख्यात हैं। जो जगत में राम नाम का प्रचार कर भावी पीढ़ी को संस्कारवान बना रहे हैं। विश्व भर में भारतीय संस्कृति एवं सनातन धर्म का संवर्धन संरक्षण कर संत समाज राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका निभा रहा है। तीन दिवसीय प्रवार पर हरिद्वार पहुंचे जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी अधोक्षजानंद महाराज ने कहा कि संत परंपरा सनातन संस्कृति की वाहक है। असम सरकार द्वारा गौ हत्या नियंत्रण कानून पारित किया जाना सराहनीय कार्य है। देश भर की सभी सीमाओं पर गौ हत्या बंद होनी चाहिए और पूरे देश में गौ हत्या बंद हो इसके लिए कठोर से कठोर कानून बनाकर दोषियों के लिए कड़ी से कड़ी सजा की कार्रवाई सुनिश्चित होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बढ़ती जनसंख्या के कारण आज भारत का समग्र विकास नहीं हो पा रहा है। देशभर में अवैध कटान और अनियमित विकास के कारण अनेकों दुष्परिणाम मानव जाति को भुगतने पड़ रहे हैं। इसलिए केंद्र सरकार को जल्द से जल्द कठोर जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाना चाहिए। जिससे बढ़ती जनसंख्या पर रोक लग सके और देश का समग्र विकास सुनिश्चित हो। इस अवसर पर महंत हितेशदास, महंत रामजीदास, संत सेवकदास, महंत अगस्त दास, महंत संगमपुरी, महंत शिवनाथ दास, महंत सतनाम दास, महंत बिहारी शरण, महंत सूरजदास, महंत धीरेंद्र पुरी, महंत रघुवीर दास, समाज सेवी ओंकार जैन आदि मौजूद रहे।हरिद्वार, 21 जून। निर्जला एकादशी के अवसर पर बैरागी कैंप स्थित अखिल भारतीय श्री पंच निर्मोही अनी अखाड़े में हवन यज्ञ कर विश्व कल्याण की कामना और गंगा घाट पर आरती कर कोरोना महामारी समाप्त हो इसके लिए ईश्वर से प्रार्थना की गई। श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय श्री पंच निर्मोही अनी अखाड़े के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत राजेंद्र दास महाराज ने कहा कि मां गंगा जगत की पालनहार है। जो युगों युगों से मानव जाति को मोक्ष प्रदान करती चली आ रही है। गंगा पूजन और निर्जला एकादशी का व्रत रखने से व्यक्ति को सहस्त्र गुना पुण्य फल की प्राप्ति होती है। एकादशी का पुण्य समस्त तीर्थों एवं दान से अधिक है। केवल 1 दिन निर्जल रहने से मनुष्य पापों से मुक्त हो जाता है और उसके बैकुंठ का मार्ग प्रशस्त होता है। एकादशी के व्रत से मनुष्य विष्णु लोक को प्राप्त होते हैं और सुख एवं वैभव को प्राप्त करते हैं। श्री महंत राजेंद्र दास महाराज ने कहा कि वर्तमान में समस्त विश्व में कोरोना महामारी के चलते विपरीत परिस्थितियां पैदा हो रही है। जिसका समस्त मानव जाति को धैर्य के साथ सामना करना होगा। पतित पावनी मां गंगा की असीम कृपा से जल्द ही पूरे विश्व से कोरोना महामारी समाप्त होगी। महंत रामजी दास महाराज ने कहा कि जब जब देश पर कोई भी विपत्ती आई है, तो संतो ने अग्रणी भूमिका निभाकर उसका सामना किया है। देवभूमि उत्तराखंड की पावन भूमि पर संत महापुरुषों द्वारा किए गए धार्मिक अनुष्ठान पूरे विश्व में धार्मिक ऊर्जा का सकारात्मक संचार करते हैं और वैष्णव संतो की परंपराएं विश्व विख्यात हैं। जो जगत में राम नाम का प्रचार कर भावी पीढ़ी को संस्कारवान बना रहे हैं। विश्व भर में भारतीय संस्कृति एवं सनातन धर्म का संवर्धन संरक्षण कर संत समाज राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका निभा रहा है। तीन दिवसीय प्रवार पर हरिद्वार पहुंचे जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी अधोक्षजानंद महाराज ने कहा कि संत परंपरा सनातन संस्कृति की वाहक है। असम सरकार द्वारा गौ हत्या नियंत्रण कानून पारित किया जाना सराहनीय कार्य है। देश भर की सभी सीमाओं पर गौ हत्या बंद होनी चाहिए और पूरे देश में गौ हत्या बंद हो इसके लिए कठोर से कठोर कानून बनाकर दोषियों के लिए कड़ी से कड़ी सजा की कार्रवाई सुनिश्चित होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बढ़ती जनसंख्या के कारण आज भारत का समग्र विकास नहीं हो पा रहा है। देशभर में अवैध कटान और अनियमित विकास के कारण अनेकों दुष्परिणाम मानव जाति को भुगतने पड़ रहे हैं। इसलिए केंद्र सरकार को जल्द से जल्द कठोर जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाना चाहिए। जिससे बढ़ती जनसंख्या पर रोक लग सके और देश का समग्र विकास सुनिश्चित हो। इस अवसर पर महंत हितेशदास, महंत रामजीदास, संत सेवकदास, महंत अगस्त दास, महंत संगमपुरी, महंत शिवनाथ दास, महंत सतनाम दास, महंत बिहारी शरण, महंत सूरजदास, महंत धीरेंद्र पुरी, महंत रघुवीर दास, समाज सेवी ओंकार जैन आदि मौजूद रहे।