रिपोर्टर- डॉ मो मुकर्रम मलिक रुड़की/ हरिद्वार
देश के लिए गोल्ड मेडल जीतकर लाने वाले खिलाडियों को नजरअंदाज करके सरकार उनके मनोबल को तोड रही है और खास ध्यान नहीं दे रही है ये आरोप खानपुर से निर्दलीय विधायक उमेश कुमार ने लगाए थे जिनका खन्डन उत्तराखण्ड सरकार के एक मंत्री ने किया था लेकिन आज हम आपको एक ऐसे ही खिलाडी की खबर दिखाने जा रहे है जिसने देश के लिये गोल्ड मैडल लाकर देश का नाम रोशन किया दुनिया भर में तिरंगा लहराया लेकिन अफसोस कि उतराखण्ड सरकार या खेल मंत्रालय ने हौंसला अफजाई तक नहीं की जी हाँ वर्ल्ड बाडी बिल्डिंग में दुनिया भरके देशों के युवाओं को पछाड़कर भारत को गोल्ड मेडल दिलाने वाले कपिल कुमार गुज्जर की जिसने देश को एशिया में सिल्वर मैडल एवं वर्ल्ड में गोल्ड मेडल दिलवाया लेकिन अफसोस ये है कि सरकार की तरफ से कोई नुमाइंदा कपिल गुजर के पास एक गुलदस्ता तक लेकर नहीं पहुँचा जिसका अफसोस कपिल गुजरको इतना है कि वो कह रहे है कि उन्हें उत्तराखण्ड की तरफ से खेलने का भी अफसोस होने लगा है ये ही सवाल विधान सभा में खानपुर से निर्दलीय विधायक उमेश कुमार ने उठाया था जिसकी जीती जागती मिसाल है ये वर्ल्ड चैंपियन आगे क्या दर्द है