टॉप :- हरिद्वार
अर्चना धींगरा ब्यूरो पीयूष वालिया
हरिद्वार जानी मानी पॉश कॉलोनी जुर्स कंट्री की व्यस्थाओं की खुली पोल
आपको बतादे खबर जिला हरिद्वार से है बरसात के शुरुआती दिनों में ही जुर्स कंट्री की खुली पोल अभी तो पूरी बरसात बाकी है बीती रात से हो रही बरसात के कारण ज्वालापुर स्थित जुर्स कंट्री में सड़क धस गई और उसमे एक कार समा गई। जूर्स कंट्री में रह रहे लोगों ने बताया कि यह सब अधूरे निर्माण का नतीजा है और हमारी मांग है कि अधूरे निर्माण विकास को पूरा किया जाए और लापरवाही पर कार्यवाही होनी चाहिए। वही जुर्स कंट्री की पार्किंग तालाब में तब्दील हो गई।
:- राजीवा राय जुर्स कंट्री प्रेसिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन अध्यक्ष ने जानकारी देते हुए बताया कि आज जिस तरीके से बारिश के कारण एक सड़क धंस गई जिसमें एक कार पूरी समा गई यह सब निर्माण में लगे घटिया क्वालिटी की सामग्री के कारण हुआ है इतना ही नहीं आज तो सिर्फ एक कार समाई है वही किसी दिन अगर कोई टावर बैठ गया तो एक बड़ी अनहोनी हो सकती है क्योंकि जुर्स कंट्री में लगभग 1000 परिवार निवास करते हैं और बिल्डर का इस ओर कोई ध्यान नहीं है उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि पार्किंग की हालत बदहाल होने के कारण लोगों को अपनी गाड़ी रोड पर पाक करनी पड़ रही है यदि सोसाइटी में कोई आग जैसी घटना घट जाती है तो फायर की गाड़ी आने तक का रास्ता नहीं है राजीवा राय जुर्स कंट्री प्रेसिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन अध्यक्ष ने बताया कि इन सभी समस्याओं को लेकर हमने बिल्डर के खिलाफ रेरा में केस फाइल किया है और जब तक हमें न्याय नहीं मिल जाता हम इस लड़ाई को जारी रखेंगे।
:- जितेंद्र कुमार शर्मा जुर्स कंट्री प्रेसिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन महासचिव ने जानकारी देते हुए बताया कि मामूली बारिश ने जुर्स कंट्री की पोल खोल कर दी उन्होंने बिल्डर पर आरोप लगाते हुए कहा कि इन्होंने घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया है जिस कारण सड़क में इतना बड़ा गड्ढा हो गया उन्होंने बताया कि जुर्स कंट्री बिल्डर ने इतनी बड़ी बिल्डिंग बनाकर खड़ी कर दी है लेकिन इनके पास अभी तक फायर की कोई एनओसी नहीं है और नहीं फायर का कोई टैंक बना है फायर के नॉर्म्स मानो है ही नहीं जितेंद्र कुमार शर्मा ने एचआरडीए पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि 8 महीने पहले इसकी जांच के आदेश दिए गए थे लेकिन एचआरडीए की मिलीभगत के चलते अब तक वह जांच भी पूरी नहीं हो पाई उन्होंने बताया कि जब हम एचआरडीए के दरवाजे खटखट आते हैं तो हमारे पास स्टाफ नहीं है ऐसा कहकर बात टाल दी जाती है यदि एचआरडीए चाहे तो जांच पूरी की जा सकती हैं मगर एचआरडीए की लापरवाही के चलते जांच पूरी नहीं की जा रही उन्होंने बताया कि हमने बिल्डर से नक्शा मांगा था जो अभी तक नहीं दिया गया और बिल्डर उस नक्शे को कोर्ट में भी नहीं दे पाया उन्होंने बताया कि 8 महीने पहले एचआरडीए के अध्यक्ष विनय शंकर पांडे ने लिखित में आदेश दिए थे कि जुर्स कंट्री की जांच की जाए लेकिन एचआरडीए के सचिव उत्तम सिंह चौहान द्वारा अभी तक कोई जांच नहीं की गई।
:- जुर्स कंट्री के खिलाफ जुर्स कंट्री में ही रहने वाले लोगों ने मोर्चा खोल दिया है अब देखने वाली बात यह होगी कि जिस तरीके से बिल्डर वह एचआरडीए के ऊपर वहां रहने वाले लोगों ने आरोप लगाए हैं यह कितने सही है और यदि सही है तो एचआरडीए कब बिल्डर के खिलाफ कार्यवाही करता है या यह ठहरा यूं ही चलता रहेगा।