पीयूष वालिया
तहसील प्रशासन और एडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन
हरिद्वार। विभिन्न मांगो को लेकर दिव्यांगजनों ने जनहित दिव्यांग सेवा समिति के प्रदेश अध्यक्ष सुंदरलाल गौतम और देवभूमि बधिर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संदीप अरोड़ा के नेतृत्व में रानीपुर मोड़ पर धरना प्रदर्शन किया और तहसील तक रैली निकाली। तहसील में प्रदर्शन के बाद दिव्यांगजनों ने तहसील प्रशासन के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया। धरना, प्रदर्शन और रैली में बड़ी संख्या में मूक बधिर और दिव्यांगजन शामिल हुए। इसके बाद दिव्यांगजन जिला मुख्यालय रोशनाबाद पहुंचे और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन एडीएम को सौंपा। ज्ञापन में मूक बधिरों के लिए हर सरकारी विभाग में इंटरप्रेटर की नियुक्ति, पेंशन 10 हजार करने, निशुल्क बिजली प्रदान करने, आवास और कृषि कार्य हेतु पट्टे आवंटित करने, दिव्यांगजनों के लिए नगर निकाय से लोकसभा तक सीटे आरक्षित करने, अतिशीघ्र बैकलॉग भर्ती आदि शामिल है। जनहित दिव्यांग सेवा समिति के प्रदेश अध्यक्ष सुंदरलाल गौतम ने कहा कि काफी वर्षो से सरकार को कई मांगों का ज्ञापन देकर अवगत कराया जा रहा है। लेकिन सरकार ने दिव्ययांगजनों की मांगो को नजर अंदाज कर दिया। भगवानपुर, लक्सर, रुड़की में धरने प्रदर्शन के बाद आज चैथे चरण में हरिद्वार धर्मनगरी में प्रदर्शन किया गया। देवभूमि बधिर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संदीप अरोड़ा ने कहा कि यदि सरकार मूक बधिर और दिव्यांगजनों की सुध नहीं लेगी तो देहरादून में बड़ा आंदोलन किया जाएगा। आंदोलन में प्रदेश भर से हजारों की संख्या में दिव्यांगजन भाग लेगे। प्रदेश महामंत्री अनूप कुमार ने कहा कि यही हाल रहा तो आने वाले लोकसभा चुनाव में दिव्यांगजन एक साथ नोटा दबायेगे। प्रदर्शन में प्रदेश सचिव सहेंद्र कुमार, जिला उपाध्यक्ष शिवदास, संगठन मंत्री यूसुफ, रुड़की ब्लॉक अध्यक्ष शहनवाज, देवभूमि बधिर एसोसिएशन के पदाधिकारी अतुल राठौर, विवेक केशवानी, देव शर्मा, विद्यांशु खुल्लर, सरदार मोंटू, गिरीश पपने, तौकीर, डा.हरिराम आर्य इंटर कॉलेज के पूर्व छात्र संगठन के जितेंद्रवीर सैनी, पूरन कश्यप, पंकज, संदीप, गुलफाम, जिशान, अनुज कुमार, कर्मसिंह, राजकुमार, विपिन कुमार, आजाद अली, मुरसलीन, सुनील सैनी, मुंतजीर, दिलीप, पंकज, अफसाना, साजिद अंसारी, सुमित पाल, रईस, अजय, टोनी, मोहम्मद सलीम, अकलीम, शमशेद, पंकज जोशी आदि मूक बधिर और दिव्यांगजन शामिल रहे।