पीयूष वालिया
*हरिद्वार 12 मई,* कोरोनाकाल के दृष्टिगत जनता कर्फ्यू के दौरान राशन सामग्री आटा, दाल, चावल परचून की दुकान बंद होने के कारण राशन सामग्री के लिए भटक रहे हैं गरीब, दैनिक मजदूरी करने वाले श्रमिक व आम जनता व सामान्य वर्ग की नागरिक आपूर्ति सुचारू रूप से संचालित करने के लिए राज्य सरकार द्वारा जनता कर्फ्यू के दौरान प्रातः 7:00 से 10:00 की सीमा में परचून राशन सामग्री की दुकानें भी खोले जाने की मांग को लेकर पूर्व कृषि उत्पादन मंडी समिति अध्यक्ष संजय चोपड़ा ने मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत, मुख्य सचिव ओमप्रकाश सिंह से संयुक्त रूप से मांग की कोरोनाकाल की छूट अवधि के दौरान जरूरी सेवाओं में परचून, राशन सामग्रियों की दुकानें समय सीमा पर खोले जाने की मांग को दोहराया।
इस अवसर पर पूर्व कृषि उत्पादन मंडी समिति अध्यक्ष संजय चोपड़ा ने कहा पूर्व वर्ष 2020 में लोकडाउन अवधि के दौरान कोरोना से बचाव के अभियान में आवश्यक सेवाओं में राशन सामग्री परचून की दुकान दूध, सब्जी, फ्रूट, दवाई के साथ समय-समय पर खोली जाती रही है, राशन सामग्री परचून की दुकानें बंद होने के कारण गरीब दैनिक मजदूरी करने वाले श्रमिक राशन सामग्री के लिए भटक रहे हैं जो की मूलभूत सुविधाओं सेवाओं पर कुठाराघात सा महसूस होता है। उन्होंने कहा सरकार को चाहिए तमाम सरकारी राशन की दुकानों के माध्यम से गरीब जनता को निशुल्क रूप से आटा, चावल, दाल, घी- तेल, रिफाइंड इत्यादि खाद्य सामग्री वितरित कर उपलब्ध कराया जाना न्याय संगत होगा। चोपड़ा ने यह भी कहा सामान्य जीवन व्यतीत करने वाले नागरिकों की आपूर्ति समय बनी रहे इसके लिए कोरोना से बचाव के नियमो में संशोधित कर बाजारों में सामान्य समय सीमा पर परचून व राशन सामग्री की दुकानें खोला जाना जनता के लिए न्याय पूर्ण होगा।र्ण