अर्चना धींगरा पीयूष वालिया
इस रजिस्ट्री मे बाद मे लगभग पोन बिघा से ज्यादा जमीन जयादा बेची और फिर वीरेंद्र पट्वारी ने बेचकर दाखिल खारिज भी कर दिया, पुलिस के सामने भी उसने चक बदलने पर भूमी बढि बताई, जबकि उक्त चक का मोजा वही है तो बढ़ने का कोई सवाल ही नही होता पट्वारी से बढ़ी जमीन के आदेश पुलिस दुवारा मांगने पर भी नहीं दिखाये गये,
यह बढ़ी भूमी ग्राम सभा की जमीन मे से ली गई हैइस रजिस्ट्री मे बाद मे लगभग पोन बिघा से ज्यादा जमीन जयादा बेची और फिर वीरेंद्र पट्वारी ने बेचकर दाखिल खारिज भी कर दिया, पुलिस के सामने भी उसने चक बदलने पर भूमी बढि बताई, जबकि उक्त चक का मोजा वही है तो बढ़ने का कोई सवाल ही नही होता पट्वारी से बढ़ी जमीन के आदेश पुलिस दुवारा मांगने पर भी नहीं दिखाये गये, यह बढ़ी भूमी ग्राम सभा की जमीन मे रजिस्ट्री मे कुल रक्बा बढ़ा है, कविता की पहली रजिस्ट्री मे कुल रक्बा बढ़ा है
सिताराम और अमन कि लगभग चार बिघे जमीन के पहले रिकॉर्ड भी पुलिस को नहीं दिखाये चक्बन्दी पट्वारी विरेन्द्र ने,