अर्चना धींगरा पीयूष वालिया
आज दिन भर झमाझम बारिश के बाद शाम की गर्मी कावड़ियो को सताने लगी
शाम की गर्मी देखते हुए दूर दराज से आए कावडियो के लिए डॉ अनुपम जग्गा नितिन धींगरा रितुका शाही ने पानी पिलाने में बड़ चढ़ कर हिस्सा लिया पुराने जमाने के लोग कहते थे पानी पिलाने से बड़ा पुण्य कोई नही होता
सावन के महीने की शुरुआत के बाद ही कावंड़ यात्रा का भी आगाज हो चुका है, जिसके लिए शिव भक्त कांवड़िये हरिद्वार से जल भरकर अपने-अपने गंतव्यों के लिए निकल पड़े हैं। कांवड़ यात्रा के दौरान शिव भक्त शहर से होते हुए दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों की ओर प्रस्थान करते हैं। सावन महीने में कांवड़ यात्रा के साथ-साथ कांवड़ मेले का भी बहुत ही महत्व माना जाता है। इस मेले में हिंदू-मुस्लिम सौहार्द के कई उदाहरण देखने को मिल जाते हैं। इसी क्रम में मुस्लिम समाज के लोग कांवड़ियों की सेवा करते देखे जा सकते हैंते हैं