पीयूष वालिया
एसएमजेएन कालेज प्रबंध समिति के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी ने किया तीरंदाजी एकेडमी का उद्घाटन
हरिद्वार, 25 अप्रैल। एस.एस.एम.जे.एन. कालेज प्रबन्ध समिति के अध्यक्ष श्रीमहन्त रविन्द्र पुरी महाराज ने कालेज के खेलकूद मैदान में द्रोणाचार्य धनुर्धर अकादमी का उद्घाटन किया। श्रीमहन्त रविन्द्रपुरी ने कहा कि महाविद्यालय में नवनिर्मित द्रोणाचार्य अकादमी में प्रशिक्षकों द्वारा धनुर्विधा का प्रशिक्षण कालेज के खेलकूद मैदान पर दिया जायेगा। प्रशिक्षक कुलदीप कुमार व रमेश प्रसाद के निर्देशन में इस अकादमी से निकलने वाले युवा देश के लिए पदक जीत कर देश एवं उत्तराखण्ड का नाम रोशन करेंगे। श्रीमहन्त ने आचार्य द्रोण के जीवन से प्रेरणा लेने का आह्वान करते हुए कहा कि जिस प्रकार आचार्य द्रोण ने कम संसाधनों में कुरुवंश और पाण्डवों को धनुर्विधा की उत्तम शिक्षा दी। उसी प्रकार द्रोणाचार्य अकादमी भी उनसे से प्रेरणा लेकर श्रेष्ठ धनुर्धर यहाँ से निकालेगी। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड आचार्य द्रोण की कर्मभूमि रही है और उस गौरवशाली परम्परा को पुनः जीवित करना है।
कालेज के प्राचार्य प्रो.सुनील कुमार बत्रा ने कहा कि धनुर्विधा भारत की प्राचीनतम विधा है और उसका आधुनिक परिप्रेक्ष्य में पुनः उत्थान करना प्रत्येक भारतवासी का कर्तव्य है। डा.बत्रा ने बताया कि एकेडमी में प्रशिक्षण लेने वला सबसे कम उम्र का धनुर्धर मात्र पांच वर्ष का है। अब अर्जुन, कर्ण, एकलव्य उत्तराखंड की भूमि से निकलेंगें। इस अवसर पर कुलदीप चैहान ने बताया कि राष्ट्रीय स्तर पर तीरंदाजी प्रतियोगिता का आयोजन हरिद्वार के दयानन्द खेलकूद मैदान में 3 से 8 मई तक किया जायेगा। जिसमें भारत के सभी राज्यों से तीरंदाज में प्रतिभाग करेंगे। चैहान ने कहा कि प्रतियोगिता में विजेता खिलाड़ियों को पदकों से पुरस्कृत किया जायेगा।
वैदिक, श्रेयांश, अंकित, आराध्या, वार्णिका विश्नोई, कोमल नौटियाल, जन्मेजय चैहान, नैतिक आदि खिलाड़ियों ने प्रशिक्षण में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर अधिष्ठाता छात्र कल्याण डा. संजय कुमार माहेश्वरी, विनय थपलियाल, वैभव बत्रा, कार्यालय अधीक्षक मोहन चन्द्र पाण्डेय, अभिभावक अतुल कुमार विश्नोई, विकास, भारत सिंह, पंकज निगम, श्रीकांत, प्रदीप कुमार शर्मा, अमित आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे।