पीयूष वालिया
युवा अवस्था में ही भजन करना चाहिए-वासुदेव महाराज
हरिद्वार, 16 अप्रैल। श्री रामलीला समिति मौ.लक्कड़हारान की और से ज्वालापुर में आयोजित श्रीराम कथा के सातवें दिवस की कथा श्रवण कराते हुए कथाव्यास वासुदेव दास महाराज ने कहा कि भजन युवा अवस्था में ही करना चाहिये। गोस्वामी तुलसीदास भी कहते हंै कि युवा अवस्था खिला हुआ पुष्प है और प्रभु के चरणों में खिला हुआ पुष्प ही अर्पण करना चाहिए ना कि मुरझाया हुआ। जब जीव को वृद्धावस्था में संसार द्वारा ठोकर मार दी जाती है तब जीव को भगवान की याद आती हैं। इस अवसर पर रामलीला समिति के अध्यक्ष श्रीराम सरदार, मंत्री प्रदीप पत्थरवाले, प्रबंधक नितिन अधिकारी, संयोजक प्रवीण मल्ल, गंगा सभा के महामंत्री तन्मय वशिष्ठ, नरेन्द्र अधिकारी, मनोज चाकलान, आशुतोष चक्रपाणि, शिवांकर चक्रपाणि, दीपांकर चक्रपाणि, शोभित खेड़ेवाले, उदित वशिष्ठ, नवनीत चक्रपाणि, सत्यम अधिकारी, देवांश अधिकारी, हर्षित अधिकारी, दीपक सैनी आदि ने अतिथियों का अंगवस्त्र पहनाकर स्वागत किया।