पीयूष वालिया
पर्यटन व्यवसायियों ने चारधाम यात्रियों की संख्या सीमित किए जाने का किया विरोध
हरिद्वार, 24 अप्रैल। चार धाम यात्रा के दौरान बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री में आने वाले तीर्थ श्रद्धालुओं की सीमित संख्या निर्धारित किए जाने के विरोध में पर्यटन व्यवसाय से जुड़ी संस्थाओं के पदाधिकारियों ने रोड़ी बेलवाला स्थित पंचपुरी ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन के कार्यालय पर बैठक आयोजित कर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी को ज्ञापन भेजा। ईमेल से भेजे गए पांच सूत्रीय ज्ञापन में हेलीकॉप्टर बुकिंग रेलवे की तर्ज किए जाने, यात्रियों की संख्या लगाए गए प्रतिबंध को हटाने, पुराने मॉडल की सवारी गाड़ियों की चारधाम यात्रा में अनुमति दिए जने, सवारी गाड़ियों की फिटनेस निजी कंपनियों के बजाए सरकरी स्तर पर कराए जाने, ट्रांसपोर्ट पर्यटन उद्योग आयोग का गठन किए जाने आदि मांगें शामिल हैं। उत्तराखंड टैक्सी मैक्सी महासंघ के संरक्षक संजय चोपड़ा ने कहा कि सरकार को जल्दबाजी में ट्रांसपोर्ट पर्यटन उद्योग पर नए नियम लागू करने से पूर्व परिवहन व पर्यटन उद्योग से जुड़े व्यवसायियों से चर्चा करनी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि एक तरफ तो भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड के प्राचीन स्थलो,ं मठ मंदिरों में डेस्टिनेशन वेडिंग करने के लिए आमंत्रित कर रहे हैं। वही उत्तराखंड शासन के अधिकारी अपनी मनमानी पर उतारू हैं। जोकि न्याय पूर्ण नहीं है। उत्तराखंड टूर एंड ट्रेवल्स एसो. के अध्यक्ष उमेश पालीवाल ने कहा कि उत्तराखंड में ट्रांसपोर्ट पर्यटन उद्योग के माध्यम से लाखों परिवारों की आजीविका संचालित होती है। ऐसे में जल्दबाजी में नियम कानून लागू किया जाना अन्याय पूर्ण प्रतीत होता है। उन्होंने कहा कि आने वाले तीर्थ यात्रियों की संख्या पर प्रतिबंधित किए जाने के तुगलकी फरमान को यदि शासन द्वारा वापस नहीं लिया गया तो शीघ्र ही चरणबद्ध तरीके से आंदोलन किए जाएंगे। बैठक में सुनील कुमार जायसवाल, प्रधान सोम चैहान, बबलू ठाकुर, सरदार इकबाल सिंह, शम्मी खुराना, विवेक चैहान, अनिल कश्यप, गुरचरण सिंह, हरीश चैहान, संजय, मोहनलाल, राजेंद्र बिष्ट, शंकर रावत, बलवीर सिंह आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे।