पीयूष वालिया
*महज 03 साल 03 महीने की उम्र में जोनल प्रतियोगिता में ताइक्वांडो खिलाड़ी ने जीता रजत पदक*
हरिद्वार: खेलो में उत्तराखंड का भविष्य कैसा होगा आप केवल इसी बात से अंदाजा लगा सकते है कि उत्तरप्रदेश के गजरौला में हुई जोनल प्रतियोगिता में हरिद्वार की एक खिलाड़ी ने महज 3 वर्ष 3 महीने की आयु में रजत पदक अपने नाम किया है।
आपको बता दें कि यह बात हो रही है शिवाक्षी नौटियाल की। शिवाक्षी नौटियाल का पैतृक गांव जौनसार बावर क्षेत्र का कोटिकनासार गांव है हालांकि वह अभी अपने माता पिता के साथ हरिद्वार में रहती है। शिवक्षी ने महज 3 वर्ष 3 महीने की आयु में वो कर दिखाया जिसको करने में कई खिलाड़ियों को वर्षों लग जाते है। शिवाक्षी नौटियाल के पिता राजेंद्र नौटियाल कॉमनवेल्थ 2010 में ऑफिसिटिंग के साथ साथ रियो ओलंपिक में सहयोग करने वाले खिलाड़ी रहें है।
उनके द्वारा हरिद्वार में एनटीसी एकेडमी में कई स्कूलों के बच्चों को ताइक्वांडो का प्रशिक्षण दिया जा रहा है शिवाक्षी नौटियाल भी इसी एकेडमी में अन्य बच्चो के साथ प्रशिक्षण प्राप्त करती है। शिवाक्षी नौटियाल के पिता और एनटीसी के हेड कोच राजेंद्र नौटियाल ने बताया की वे लगातार पिछले कई वर्षो से हरिद्वार में खिलाड़ियों को प्रशिक्षण दे रहे है उन्होंने बताया कि उनके पास बहुत अच्छे खिलाड़ी है जो भविष्य में भारत देश का नाम रोशन करेंगे। शिवाक्षी के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा की मैं शिवाक्षी को बचपन से ही देश के लिए तैयार कर रहा हु ताकि जो मुकाम मुझे नहीं मिल पाया उस मुकाम को हासिल करके मेरी बेटी मेरे भारतवर्ष का नाम रोशन कर सके। उन्होंने बताया की मुझे इस सभी खिलाड़ियों के लिए जितना संघर्ष करना पड़े मैं करूंगा और इनको भारत के लिए तैयार करूंगा। वार्ता के अंत में उन्होंने बताया की हमारे कई खिलाड़ी नेशनल और इंटरनेशनल खेल चुके है, इसके साथ साथ खेल के माध्यम से हमारे कई खिलाड़ियों ने उत्तराखंड पुलिस, सीआरपीएफ, सीआईएसएफ, इंडियन आर्मी, एसबीआई एवं पीएनबी जैसी जगह कामयाबी हासिल की है।